Part of speech kise kahate hain(भाषा के अंग) , हम parts of speech क्यों पढ़ते हैं ? – Parts of speech कितने प्रकार के होते हैं?
भाषा(Language) मानव समाज की पहली आवश्यकता हैं , मनुष्य की मूल आवश्यकताओं में भाषा सबसे पहली आवश्यकता हैं। व्यक्ति अपने विचारों को लोगों के बिच में रखने के लिए अथवा बात- चीत करने के लिए अलग-अलग भाषाओं का प्रयोग करते हैं।
जब हम किसी से कोइ बात करते हैं तो उसका माध्यम वाक्य(Sentence) अथवा शब्द(Word) होता हैं और सामने वाले व्यक्ति को हमारी बात ठीक तरह से समझ में आ जाए इसके लिए शब्दों एवं वाक्यों का उच्चारण शुद्ध एवं सार्थक रूप से करना होता हैं जिसके लिए हमें व्याकरण पढ़ने की आवश्यकता होती हैं।
यदि आप विद्यार्थी(Indian student) हैं और आप अंग्रेजी भाषा(English Language) सीख(Learn) रहे हैं तो आपको अंग्रेजी व्याकरण को आवश्य पढ़ना चाहिए । parts of speech( भाषा के अंग) अंग्रेजी व्याकरण का एक बहुत महत्पूर्ण अध्ययाय(Chapter) हैं जिसे व्याकरण के शुरूआत में ही पढ़ना होता हैं। इस पेज में part of speech के बारे में वह सभी जानकारी दी गई हैं जो इसके अंतर्गत पढ़ना चाहिए ।
parts of speech definitions and examples in hindi (part of speech के परिभाषा भेद एवं उदाहरण) – part of speech kise kahate hain :
परिभाषा(Definition) – शब्दों को वाक्यों में अपने कार्य के अनुसार विभाजन को Parts of Speech(भाषा के अंग) कहा जाता हैं। आपको बता दें की शब्दों(Word) का प्रयोग वाक्यों(Sentence) के निर्माण के लिए किया जाता हैं और हर एक वाक्य कोइ-न-कोइ अर्थ(Meaning)/ भाव आवश्य प्रदान करते हैं , कोइ वाक्य किसी कार्य के होने का बोध कराता हैं तो कोइ वाक्य किसी पदार्थ के बारे में कोइ जानकारी देता हैं मतलब हर एक वाक्य अपना कोइ कार्य करता हैं इस आधार पर सभी तरह के वाक्य अपने कार्य के आधार पर बंटा हुवा हैं अतः part of speech में उन सभी तरह के वाक्यों के सही प्रयोग को समझेंगें। यदि आप सबसे पहले ये समझ लेंगें की हमें इसके बारे में क्यों पढ़ना चाहिए तो यह आपके लिए ओर रुचिकर तथा महत्पूर्ण हो जायेंगें ।
हम part of speech(भाषा के अंग) के बारे में क्यों पढ़ते हैं?
1 . भाषा का प्रयोग शुद्ध , सार्थक एवं सुन्दर तरीकों करने के लिए – part of speech का अध्ययन(Study) हमें ये सिखाता हैं की वचनों , क्रियाओं एवं वाक्यों आदि का सम्बन्ध कैसे स्थापित किया जाय तथा इन्हें आपस में कैसे जोड़ा जाए और इसके लिए किस प्राकर के शब्दों का प्रयोग किया जाए ताकि वाक्यों को सूंदर प्रभावकारी बना सकें।
2 . सही अर्थ प्रस्तुत करने के लिए – शब्दों , वाक्यों एवं वचनों के सही अर्थ लगाने तथा समझने के लिए ।
3 . सूंदर लेखन तथा अच्छे संवाद के लिए – parts of speech बताता हैं की विचारों को किन तरीकों से प्रस्तुत किया जाए तथा भाषाओं के नियमों को स्पष्टीकरण से कैसे प्रस्तुत किया जाए।
Parts of speech(भाषा के अंग) के भेद – Parts of speech ke bhed
English Grammar(अंग्रेजी व्याकरण) में Parts of speech के आठ भेद होते हैं , जो निम्नलिखित हैं ।
- Noun – संज्ञा ।
- Pronoun – सर्वनाम ।
- Adjective – विशेषण ।
- Verb – क्रिया ।
- Adverb – क्रियाविशेषण ।
- Preposition – सम्बन्ध अव्यय ।
- Conjunction – संयोजक अव्यय ।
- Interjection – विस्मआदिबोधक ।
अब हम part of speech के सभी भेदों के परिभाषाओं(Definitions) सहित वर्णन कर रहे हैं यदि आप इनके सभी भेदों का अध्ययन कर लेते हैं तो आपको बहुत फायदें होंगें ।
संज्ञा किसे कहते हैं(sangya kise kahate hain)/ Noun किसे कहते हैं – “संज्ञा(Noun)” भाषा एवं व्याकरण का एक शब्द(Word) हैं जो किसी पदार्थों के नाम(Name) को संबोधित करते हैं अर्थात संज्ञा का सम्बन्ध किसी वस्तु , व्यक्ति , स्थान , तथा अन्य प्रकार के किसी चीजों के नाम से हैं।
संज्ञा(Noun) के परिभाषा – प्राकृति(Nature) से उत्पन्न सभी प्रकार के चीजों के “नाम” को संज्ञा(Noun) कहा जाता हैं । मूलरूप से संज्ञा का सम्बन्ध किसी के नाम से हैं वह नाम कुछ भी हो सकता हैं –
- वह मनुष्य / प्राणी के नाम या उनके गुणों के नाम हो सकते हैं ।
- किसी पदार्थों के नाम हो सकते हैं ।
- किसी शहर के नाम हो सकते हैं आदि ।
संज्ञा के उदाहरण :
किसी व्यक्ति का नाम हो सकते हैं जैसे :
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किसी स्थान के नाम हो सकते हैं जैसे :
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यह किसी वस्तु का नाम हो सकता हैं जैसे :
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किसी जानवर का नाम हो सकता हैं जैसे :
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किसी भावना अथवा विचारों का नाम हो सकता है जैसे :
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अभी आपने ऊपर संज्ञा के उदाहरण को पढ़ें हैं । अब आपको बताना चाहेंगें के संज्ञा के कुछ महत्पूर्ण भेद/प्रकार होते हैं यदि आप इनके अध्ययन कर लेते हैं तो आपको संज्ञा के सम्बंधित सारे बातें को समझ जायेंगें।
यहाँ से पढ़ें – संज्ञा(Noun) कितने प्रकार के होते हैं परिभाषा भेद एवं उदाहरण ।
2 . Pronoun(सर्वनाम) – संज्ञा(Noun) के बदले में जिस शब्द का प्रयोग किया जाता हैं उसे Pronoun(सर्वनाम) कहा जाता हैं। अर्थात संज्ञा के स्थान पर जिस शब्द(Word) का प्रयोग करते हैं उस शब्द को सर्वनाम(Pronoun) कहते हैं। आप इसे उदाहरण से ही बेहतर से सीख सकते हैं।
सर्वनाम(Pronoun) का उदाहरण :
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ऊपर के सभी शब्द(Word) सर्वनाम का उदाहरण हैं क्योंकि इन सभी शब्दों का प्रयोग किसी संज्ञा के बदले में किया जाता हैं। जैसे –
- मैं एक विद्यार्थी हूँ । I am a student . “मैं” मतलब मेरा तो कोइ नाम(Name) हैं जिस नाम के बदले में “मैं” शब्द का प्रयोग किया हैं जो सर्वनाम हैं।
- तुम एक विद्यार्थी हैं । इस वाक्य में तुम(You) शब्द सर्वनाम , अब आप के मन में प्रश्न आता होगा की संज्ञा के बदले में तुम का प्रयोग कैसे हुवा हैं तो आपको बता दे की आप जिसको बोल रहे है की तुम एक विद्यार्थी हैं उसका कोइ नाम तो होगा जिसके बदले में तुम का प्रयोग हुवा हैं । इसी तरह सभी शब्द सर्वनाम हैं । आपको सलाह हैं की यदि सर्वनाम के भेदों(Types) को पढ़ लेते हैं तो सारी बाते स्पष्ट हो जायेंगें और इनके सम्बंधित सभी तरह के प्रश्नों के उत्तर मिल जायेंगें ।