चंद्रयान 3 में रोवर क्या है? चंद्रयान 3 में लैंडर और रोवर क्या है?
चंद्रयान-3 , ISRO(भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ) द्वारा विकसित किया गया एक चंद्रयान मिशन है जिसका उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर जाने का है तथा चाँद के सतह पर जाकर वहां की महत्पूर्ण चीजों के बारे में जानकारी इकठ्ठा करना हैं। जैसे वहां की मिट्टी , चट्टानें , जल इत्यादि ।
रोवर क्या है? – रोवर एक प्रकार की गाड़ी होती है जो अत्यंत कठिन परिस्थितियों में भूमि या अन्य ग्रहों की सतहों पर चल सकती है। इसलिय वैज्ञानिकों ग्रहों पर जाने के लिए रोवर का प्रयोग करते हैं । यह अनुसंधान के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह कठिन स्थानों पर पहुंचने की क्षमता रखता हैं। chandrayaan-3 में लगे रोवर चंद्रमा की भूमि की सतह पर घूमकर वहां की स्तिथियों का अध्ययन करेंगें और यह सतह पर कुल चौदह दिन तक रहेंगें।
चंद्रयान-3 में लैंडर और रोवर क्या है?
आपने रोवर के बारे में ऊपर जान चुके हैं अब आपको लैंडर के बारे में जानना हैं- सामान्य रूप से समझा जाए तो यह एक अंतरिक्ष यान होता हैं जिसे किसी ग्रहों पर उतरने के लिए डिज़ाइन किया जाता हैं।
Q – चाँद पर जाने वाला पहला जानवर कौन सा है?
चंद्रयान 3 में 40 दिन क्यों लगेंगे?
वास्तव में चंद्रयान में ईंधन की मात्रा सीमित है और यदि सीधे चाँद पर भेजा जाता तो सारा ईंधन खपत हो जाता। इसलिए पहले इसे पृथ्वी के चारों ओर घूमने के लिए छोड़ा जहाँ मिशन को कुल पांच कक्षाएं बदलने में करीब 40 दिन का समय लग जाएगा।
क्या चंद्रयान 1 को चांद पर पानी मिला था?
आपको बता दूँ की ISRO ने 25 सितंबर 2009 को घोषणा की थी की चंद्रयान -1 पर एक अन्य उपकरण एमआईपी प्रभाव से ठीक पहले चाँद पर पानी की खोज की थी।
चंद्रयान 3 अभी कहां है?
चंद्रयान-3 अभी चंद्रमा की सतह से 1,437 किमी की दूरी पर हैं और वह आगे बढ़ रहे हैं।
चंद्रयान 3 मिशन कब लांच हुआ था ?
यह (ISRO)का तीसरा मून मिशन था चंद्रयान – 3 जो 14 जुलाई 2023 के दिन शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से दोपहर 2: 35 मिनट पर चंद्रयान-3 को लॉन्च किया था।