आयुर्वेदिक दवा कितने दिन में असर करती है : आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति भारत की सबसे पुरानी पद्धति हैं जिस पद्धति को बिमारियों को आयुर्वेदिक तरीकों से सफलता पूर्वक इलाज किया जाता था। यदि प्राचीन समय की बात करें तो उस समय अंग्रेजी दवाओं का अविष्कार नहीं हुवा था ‘ लोग उस समय पूरी तरह से आयुर्वेदिक दवाओं पर ही निर्भर थे और उसे सफलता भी मिलते थे ।
जैसे – जैसे समय बीतता गया वैसे -वैसे लोग आधुनिक होते गए और नए – नए एलोपैथिक दवाओं का अविष्कार होते गए तथा लोग पूरी तरह से ऐलोपैथिक / अंग्रेजी दवाओं पर निर्भर हो गए और भूल गए आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को ‘ लेकिन अभी भी आयुर्वेदिक इलाज संभव हैं। ये तो सब जानते हैं की अंग्रेजी दवा तुरंत असर करती हैं लेकिन यदि आप ये जानना चाहते हैं की “आयुर्वेदिक दवा कितने दिन में काम करता है?” तो इसके लिए आपको कुछ महत्पूर्ण बातों को समझने की आवश्यकता होगी ‘ जिसके बारे में हम आगे विस्तार से जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं।
आयुर्वेदिक दवा कितने दिन में असर करती है?
यदि आप किसी रोग के इलाज के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग करते हैं तो आपके लिए ये जानना जरूरी हैं की आयुर्वेदिक दवा कितने दिनों में काम करती हैं? तो आपको बता दूँ किसी भी दवाओं का असर दवा खाने के बाद से शुरू हो जाती हैं ‘ बात इतनी सी हैं की आयुर्वेदिक दवाओं का असर होने का अनुभव तुरंत नहीं होता हैं क्योंकि यह धीरे-धीरे कार्य करती हैं यह तुरंत असर नहीं करती हैं ‘ लेकिन इसकी सबसे बड़ी खास बात यह हैं की यह बीमारियों को जड़ से खत्म कर देती हैं। यह बीमारी की जड़ तक पहुँचकर जड़ से खत्म करते हैं इसलिए आयुर्वेद बीमारियों को ठीक करने में समय लेता हैं ।
आप निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें :
- असर दिखने का अर्थ हैं की रोग ठीक हो रहा हैं इस सन्दर्भ में यह कहना सही नहीं होगा की आयुर्वेदिक दवा कितने दिनों में असर करती हैं ‘ बस आपको यह ध्यान देने की आवश्यकता हैं की रोग ठीक हो रही हैं की नहीं ‘ जब आपका रोग होने लगेंगें तो आप खुद इसका आकलन कर लेंगें ।
- यह सबसे पहले शरीर के उन हिस्से को पकड़ती हैं जिसके कारण शरीर में रोग उत्पन्न हुवा हैं ।
- आयुर्वेदिक दवा शरीर में रोग उत्पन्न होने वाले कारण को ही खत्म करती हैं और जब रोग उत्पन्न होने वाले कारण ही खत्म हो जाती हैं तो बिमारी अपने आप खत्म हो जाती हैं।
- यह दवा तुरंत कार्य नहीं करती हैं लेकिन यह बीमारियों को जड़ से खत्म करने का कार्य करते हैं। लेकिन अंग्रेजी दवाएँ तुरंत असर करती हैं लेकिन बहुत सारे रोग को अंग्रेजी दवा जड़ से खत्म बिलकुल नहीं करती हैं लेकिन आयुर्वेदिक दवा पूरी तरह से जड़ से खत्म करती हैं ।
- आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति एक लम्बी चिकित्सा पद्धति हैं ‘ जिसमें रोगों को ठीक होने में लम्बी समय लगता हैं।
- यह दवा सस्ते उपलब्ध हो जाते हैं ।
- यह दवा प्राकृतिक श्रोतों से तैयार की जाती हैं जैसे – प्राकृतिक जड़ी – बूटियाँ , पेड़ – पौंधें आदि।
- यह रोग की स्तिथियों एवं दवा की डोज पर भी निर्भर करती हैं अर्थात रोग के हिसाब से जिस प्रकार रोगी को दवा दी जाती हैं उसके हिसाब से दवा अपना असर दिखाना शुरू करती हैं ।
आयुर्वेदिक दवा कैसे काम करती है? अथवा आयुर्वेदिक दवा शरीर में कैसे काम करती है?
आयुर्वेदिक दवा सबसे पहले शरीर के उन हिस्से में पहुँचती हैं जिसके कारण शरीर में रोग उत्पन्न हुवा हैं अर्थात यह दवा सबसे पहले रोग उत्पन्न करने वाले कारकों को खत्म करती हैं इसके बाद बीमारी खुद खत्म होने लग जाते हैं। स्वाभाविक सी बात हैं जब रोग उत्पन होने वाले कारणों को ही खत्म कर दिया जाए तो शरीर में रोग उत्पन्न ही नहीं होगा ‘ यही काम आयुर्वेदिक दवा करती हैं , यह शरीर के सभी भागों में फैलती हैं और धीरे-धीरे रोग को मिटाने लगती हैं।
आयुर्वेद के द्वारा किसी भी रोग का इलाज करते हैं तो यह रोग को ठीक करने में समय लेता हैं ‘ यह शरीर में धीरे-धीरे कार्य करती हैं और अंततः रोग को पूर्ण रूप से खत्म कर देती हैं। वास्तव में आयुर्वेदिक दवा रोगों को उत्पन्न होने से रोकता हैं जो मुख रूप से वात , पित्त , कफ को संतुलित रखने में पूरी तरह से मदद करती हैं।
क्या आयुर्वेदिक दवा से कोई बीमारी ठीक हो जाती है?
हाँ ‘ आयुर्वेदिक दवा से बिमारी ठीक होती हैं ‘ लेकिन इसके लिए आपको कुछ बातों को समझने की जरूरत हैं जो की महत्पूर्ण हैं । बात यह हैं की आयुर्वेदिक चिकित्सा में आप अपने शरीर को बीमार होने से बचाते हैं और जब हम बीमार ही नहीं पड़ेंगें तो इलाज किसकी करेंगें ‘ परन्तु आप बीमार पड़ जाते हैं तो स्वस्थ्य होने के लिए अंग्रेजी दवाएँ खाने के लिए अंग्रेजी दवाखाना दौड़ लगाते हैं लेकिन यदि आप अंग्रेजी दवाओं के बदले में आयुर्वेदिक दवा शुरू करते हैं तो आपको कम खर्च में रोग ठीक हो सकता हैं लेकिन इसमें समय तो लगेगा ।
दूसरी बात हैं की रोग और रोग की स्तिथियों पर भी निर्भर करती हैं यदि रोग को तुरंत इलाज करने की आवश्यकता हैं तो आप तत्काल आयुर्वेदिक दवा पर निर्भर बिलकुल नहीं हो सकते हैं । कुछ ऐसे रोग होते हैं जिसके लिए आयुर्वेद बहुत कारगर हैं जैसे ब्रडप्रेसर (BP) , डायबिटीज , गेस्टिक्स आदि ‘ अर्थात ऐसे रोग जो शरीर में एक बार प्रवेश कर जाए तो वह कभी ख़त्म होने का नाम नहीं लेते हैं चाहे आप कितना भी दवा खा लेते हैं लेकिन ऐसे बिमारी को आयुर्वेद खत्म करने की सामर्थ रखते हैं ।
क्या आयुर्वेदिक दवा नुकसान करता है?
शयद आप हमेशा से सुनते आये हैं की आयुर्वेदिक दवा का कोइ नुकसान नहीं होता हैं तो आपका सोचना गलत हैं’ आपको बता दूँ की इस दवा से भी हमें नुकसान होता हैं लेकिन इसके पीछे कुछ बातों को समझने की आवश्यकता हैं’ जो की शरीर में रोगों एवं उनकी स्तिथियों पर निर्भर करती हैं अर्थात आपको ये समझने की आवश्यकता हैं की हमारे शरीर को कितनी और किस चीज की आवश्यकता हैं ‘ मतलब शरीर की अनुकूलता का ध्यान रखना हैं यदि आप ऐसा न करते हैं तो आपको आयुर्वेदिक दवा से भी नुकसान हो सकता हैं । आप एक रोग को ठीक करेंगें तो दूसरा रोग को पोषण मिलने लग जाता हैं । यदि नुकसान से बचना हैं तो आपने शरीर का ध्यान रखते हुए किसी वैद्य से आवश्य सलाह लें ‘ तभी इलाज शुरू करें ।
क्या आयुर्वेदिक दवा का कोई साइड इफेक्ट होता है?
‘नहीं’ आयुर्वेदिक दवा का कोइ साइड इफेक्ट नहीं देखा गया हैं ‘ आपको डरने की बिलकुल आवश्यकता नहीं हैं लेकिन इसके लिए आपको अपने शरीर की अनुकूलता का ध्यान रखना होगा अर्थता आपको देखना होगा की आपके शरीर को कितनी और कौन सी दवा की आवश्यकता हैं ‘ मान लीजिये की आपके शरीर को किसी दवा की आवश्यकता नहीं हैं फिर भी आप उसका सेवन कर रहे हैं तो उसका असर तो देखने मिल सकता हैं या मात्रा से अधिक सेवन करते हैं तो साइड इफेक्ट तो हो सकता हैं।